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Hume dur jana hai

Hume Dur Jana hai

बहार तूफान है, अंदर शोर है, रास्ता मालुम नहीं, और कहता है, मंज़िल पाना है। अपने रोकते हैं, लोग टोकते है, पहाड़ ऊंचे है, सागर गहरे है, क्यों नही सुनता  आदि क्यों नही रुकता। क्यों… Read More »Hume Dur Jana hai

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