मैं निकल चला हूं
खुद की तलाश में अपनी पहचान में, भीड़ को पीछे छोड़, में निकल चला हूं। लोगों की छोटी सोच से, समाज के दिए चोट से, अपनों के तानों के शोर से, मैं निकल चला हूं।… Read More »मैं निकल चला हूं
खुद की तलाश में अपनी पहचान में, भीड़ को पीछे छोड़, में निकल चला हूं। लोगों की छोटी सोच से, समाज के दिए चोट से, अपनों के तानों के शोर से, मैं निकल चला हूं।… Read More »मैं निकल चला हूं
मेरी डायरी मेरे बारे में कम तेरे बारे में ज्यादा कहती है. जो पल हमने साथ में बिताए है, उनकों लफ़्ज़ों मे उतारा है. सुनो, मेरी डायरी कुछ कहती है. अच्छा सच बोलना, क्या तुम्हें… Read More »सुनो, मेरी डायरी कुछ कहती है
We will meet again I know, those days have gone, The memories have faded too. But, why do I believe it? Can’t remember the time, We laugh together, And, the smile yours, Can I see… Read More »We mill meet again