मां कौन है
बिन बोले जो, सब समझ जाए। चोट तुम्हे लगे, आंसू उसके आए। वो होती है मां। जन्म से पहले, जो तुझे जन्मे। पहले खून से फिर दूध से, जो तुझे सींचे, वो होती है मां… Read More »मां कौन है
बिन बोले जो, सब समझ जाए। चोट तुम्हे लगे, आंसू उसके आए। वो होती है मां। जन्म से पहले, जो तुझे जन्मे। पहले खून से फिर दूध से, जो तुझे सींचे, वो होती है मां… Read More »मां कौन है
Likhta hu main, Teri meri Kahaani.
Tere bin yaara, Adhuri hai zindagani.
Chupke chupke, Rota hai tu
kabhi aata, kabhi jata, Nadan dil ko mere, kyu rulata hai tu. Ek hi Fariyad hai, Meri us raab se, Read-Pehli mulaqat- Love poem Tere hi saath mujhe Katana sara saal hai.. Kabhi aata, Kabhi… Read More »kabhi aata, kabhi jata
ज़मीन बंजर ही होती है, खाद और पसीने से, उसको सिचा जाता है, तो हरियाली होती है। सपने सिर्फ देखा नहीं करते, मेहनत भी करनी होती है। कौन हो तुम, पूछने की किसको फ़ुरसत है।… Read More »MEHNAT
Pehli Mulaqat खुशी थी, हल्की उदासी थी, शायद ऐसी ही हमारी कहानी थी. मिलना भी था, बिछड़ना भी था, ना जाने खुदा की क्या मजबूरी थी. कितने सालों के बाद, तुमसे मिलने की, हिम्मत ना… Read More »Pehli Mulaqat
Kahi toh hogi… Kahi toh hogi woh, Mujhe samje jo, mujhse thoda zyada. Jo kahaniyan sirf sune na, Unka hissa bhi ho. Chae main kuch na kaho, Phir bhi samje sab, Chupi ki wajah talashe,… Read More »Kahi toh hogi
चुप चाप सेहना क्यों,ख़ुद के हालात पे रोना क्यों,क़िस्मत से तो रोज़ लड़ना हैं,अभी तो कुछ बड़ा करना हैं। नसीब में जो नहीं, वह मिलता नहीं,रोने से हालात बदलते नहीं,क़िस्मत से तो रोज़ लड़ना हैं,अभी… Read More »क़िस्मत से तो रोज़ लड़ना हैं,
खुद की तलाश में अपनी पहचान में, भीड़ को पीछे छोड़, में निकल चला हूं। लोगों की छोटी सोच से, समाज के दिए चोट से, अपनों के तानों के शोर से, मैं निकल चला हूं।… Read More »मैं निकल चला हूं